Jharkhand

मलेरिया एवं डायरिया मुक्त 'एकल' गाँव

Read this story of "Taregan Tola" in an Ekal village which has become free of Malaria and Diarrhoea, the dreaded disease in remote areas. All because the Arogya Wing of Ekal convinced all its residents (some 300) to make soak pits, use mosquito nets and keep their area clean. Now every household is

जैविक खेती के फायदे से खुश है एकल की आचार्य सावित्री देवी

Ekal has always been promoting from long the use of vermi compost in the fields and do away with chemical fertilisers, for better health of all. This is the story of one Savitri Devi of Kherdih village in the Silli block of Jharhand state. She owns about an acre of land. Earlier she was using

जुनून से जंग को जीतने की तैयारी

This is the story of one Rakesh Bhagat of village Kalapathar in the Potka block of East Singhbhum district in Jharkhand. Rakesh did his diploma in Mechanical and today after struggling all the time, is well established. And the credit of this change in his life, according to Rakesh himself, was the

रांची/बेड़ो में कपड़ा बैंक की शुरूआत

27 सितंबर दिन रविवार को बेड़ो के विनय बगीचा स्थित डीएवी विवेकानंद पब्लिक स्कूल में जरूरतमंदों के लिए कपड़ा बैंक की स्थापना की गई जिसका उद्घाटन पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर और पद्मश्री सिमोन उरांव ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया. इसके लिए एक संचालन समिति बनाई गई है जिसके द्वारा इस कपड़ा बैंक का

सफल उद्यमी के रूप में अपनी अलग पहचान बना रही हैं सखी मंडल की दीदियां

पिछले एक दशक में झारखंड के गांवों में व्यापक बदलाव आया है. इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था काफी मजबूत हुई है. इस बदलाव में राज्य में गठित सखी मंडलों की अहम भूमिका है. आमतौर पर लोगों की यह धारणा है कि सखी मंडल से जुड़ी महिलाएं मुख्यतः साप्ताहिक बचत करती हैं, लेकिन गांवों की ये महिलाएं अपनी आजीविका सशक्त

झारखंड के आदिम जनजाति गांवों की बदलेगी सूरत

गुमला (दुर्जय पासवान) : झारखंड में निवास करने वाले विलुप्त प्राय: आदिम जनजाति परिवार (Primitive tribe family) एवं उनके गांवों की सूरत बदलेगी. इसके लिए सरकार ने आदिम जनजाति परिवारों को पक्का घर देने के अलावा पेंशन, बच्चों की शिक्षा, गांवों में पानी, बिजली, सड़क जैसी सुविधा बहाल करने के लिए योजना

झारखण्ड को मिला नया प्रतीक चिन्ह

झारखंड के नए प्रतीक चिन्ह को आज प्रदेशवासियों को समर्पित किया गया। यह प्रतीक चिन्ह नया विचार, नया संकल्प, नई सोच को दर्शाता है। हरा रंग प्रतीक चिन्ह का हरा रंग संपूर्ण राज्य में फैली हरियाली व वन संपदा का परिचायक है। प्राकृतिक सौंदर्य और संसाधनों से विभूषित झारखण्ड विकास के पथ पर लंबे-लंबे पद धरने

आदित्यपुर में बनेंगे बुलेट प्रूफ जैकेट और अन्य रक्षा उत्पाद

केंद्र सरकार के नये निर्णय ने आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र सहित राज्य के उद्योगों के लिए रक्षा क्षेत्र में बड़ा अवसर प्रदान किया है. यहां के उद्यमी व राज्य सरकार यदि इस मौके का लाभ लेने के लिए सक्रिय नहीं हुए, तो इस मामले में अन्य राज्यों की तुलना में झारखंड पिछड़ जायेगा. वैसे यहां रक्षा व रेलवे में

खाड़ी देशों के लोग खायेंगे झारखंड की सब्जी, आज भेजी गयी सब्जियों की पहली खेप

झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने आज रांची से हरी सब्जियों की खेप को हरी झंडी दिखाकर कोलकाता के लिए रवाना किया. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के मुताबिक यह सब्जियां कोलकाता होते हुए हवाई मार्ग से दुबई भेजी जायेगी. सभी सब्जियां झारखंड के किसानों द्वारा उगायी गयी है. इस तरह से राज्य के किसानो को अपनी

झारखंड में अंग्रेजी व कुड़ुख माध्यम का अनूठा स्कूल

Read about this unique school started by Father Jefirinus Bakhla in the Dumri block of Gumla district in Jharkhand. In this school students are taught in Kurukh, the local tribal language, till class V. From class VI to Matriculate the students are taught in English. Started in 2000, the school is

Jharkhand’s Sahiyas: An Inspiration To Community Health Workers Everywhere

इस समाचार को हिन्दी में पढ़े आगे..... On 13th March, 2020, Kamarunisha and her husband Noor Mohammad, of Telo village in Bokaro district, Jharkhand returned home after participating in the Jamaat. They were tested for COVID-19 at the airport and advised home quarantine in their village. The village

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