GST Revenue Collection For July, 2019 Over 1Cr

The total gross GST revenue collected in the month of July, 2019 is ₹ 1,02,083 crore of which CGST is ₹ 17,912 crore, SGST is ₹ 25,008 crore, IGST is ₹ 50,612 crore (including ₹ 24,246 crorecollected on imports) and Cess is ₹ 8,551 crore (including ₹797 crore collected on imports). The total number of GSTR 3B Returns filed for the month of June up to 31st July, 2019 is 75.79 lakh.

The revenue in July, 2018 was ₹ 96,483 crore and the revenue during July, 2019 is a growth of 5.80% over the revenue in the same month last year. During April-July 2019 vis-à-vis 2018, the domestic component has grown by 9.2% while the GST on imports has come down by 0.2% and the total collection has grown by 6.83%Rs. 17,789 crore has been released to the states as GST compensation for the months of April-May, 2019.

The chart shows trends in revenue during the current year.

जुलाई 2019 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के रूप में 1,02,083 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह 

वर्ष 2019 के जुलाई महीने में वस्‍तु एंव सेवा कर के रूप में 1,02,083 करोड़ रुपये का सकल राजस्व संग्रह किया गया  जिसमें केंद्रीय वस्‍तु एंव सेवा कर (सीजीएसटी)  17,912 करोड़ रुपये, राज्‍य वस्‍तु एंव सेवा कर (एसजीएसटी)  25,008 करोड़ रुपये, एकीकृत वस्‍तु एंव सेवा कर (आईजीएसटी) 50,612 करोड़ रुपये (आयात पर एकत्र 24,246 करोड़ रुपये सहित) तथा उपकर संग्रह (सेस) 8,551 करोड़ रुपये (आयातों पर अर्जित 797 करोड़ रुपये सहित) रहा। जून महीने के लिए 31 जुलाई तक कुल 75.79  लाख जीएसटीआर 3बी रिटर्न दाखिल किए गए।

जुलाई 2018 में जीएसटी राजस्‍व संग्रह 96,483  करोड़ रुपये रहा था। जुलाई 2019 में इसमें पिछले वर्ष इसी माह के मुकाबले 5.80% प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि रही। अप्रैल से जुलाई 2019 में वर्ष 2018 की तुलना में घरेलू घटकों में 9.2% की वृद्धि हुई है जबकि आयात पर लगने वाले जीएसटी में 0.2% की कमी आई है। कुल जीएसटी संग्रह में 6.83% की वृद्धि हुई है। वर्ष 2019 में अप्रैल से मई महीने के लिए राज्यों को जीएसटी प्रतिपूर्ति के रूप में17,789 करोड़ रुपये जारी किए गए।

चार्ट में चालू वर्ष के दौरान राजस्‍व संग्रह के रुख को दर्शाया गया है :

News Source
PIB Release

More from Bharat Mahan