The Government has opened 137 mountain peaks for foreigners desirous of obtaining Mountaineering Visa (‘MX’) for mountaineering and trekking. These peaks are located in the States of Jammu and Kashmir, Himachal Pradesh, Uttarakhand and Sikkim. While the highest number of 51 peaks have been opened to foreigners in Uttarakhand, 15 peaks of Jammu and Kashmir have also been included in the list. The Minister of State for Culture and Tourism (IC), Prahlad Singh Patelhas expressed his gratitude to the Home Minister, Amit Shah for acceding to the request of Tourism Ministry to open up more peaks to foreigners. It is an historic step towards promoting adventure tourism in the country, Prahlad Singh Patel said.
Earlier, while addressing the Tourism Ministers from States/UTs at the National Tourism Conference in New Delhi, the Tourism Minister emphasized on the need for ensuring safety of those travellers going for adventure tourism. He urged the States to exercise utmost caution while registering adventure tourism operators and also to ensure that the adventure tourism guidelines are followed by the States. The Indian Adventure Tourism Guidelines 2018 cover land, air and water-based activities which includes mountaineering, trekking, bungee jumping, paragliding, kayaking, scuba diving, snorkelling, river rafting and many other sports.
विदेशियों के पर्वतारोहण एवं ट्रैकिंग के लिए चार राज्यों के 137 पर्वत शिखरों को खोला गया
सरकार ने पर्वतारोहण एवं ट्रैकिंग के लिए पर्वतारोहण वीजा प्राप्त करने के इच्छुक विदेशियों के लिए 137 पर्वत शिखरों को खोल दिया है। ये शिखर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम में स्थित हैं। विदेशियों के लिए सबसे ज्यादा 51 शिखर उत्तराखंड में खोले गए हैं। इस सूची में जम्मू-कश्मीर के 15 पर्वत शिखरों को भी शामिल किया गया है। संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रह्लाद सिंह पटेल ने विदेशियों के लिए ज्यादा पर्वत शिखरों को खोलने के पर्यटन मंत्रालय के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया है। प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि यह देश में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम है।
इससे पहले, नई दिल्ली में राष्ट्रीय पर्यटन सम्मेनल के दौरान राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यटनमंत्रियों को संबोधित करते हुए पर्यटन मंत्री ने साहसिक पर्यटन पर जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने राज्यों से अनुरोध किया कि वे साहसिक पर्यटन ऑपरेटरों का पंजीकरण करते समय अत्यधिक सावधानी बरतें और यह भी सुनिश्चित करें कि राज्यों द्वारा साहसिक पर्यटन के दिशानिर्देशों को पालन किया जा रहा है।
भारतीय साहसिक पर्यटन दिशानिर्देश 2018 के तहत जमीन, हवा और पानी में की जाने वाली गतिविधियां आती हैं, जिनमें पर्वतारोहण, ट्रैकिंग, बंजी जंपिंग, पैरा ग्लाइडिंग, कयाकिंग, स्कूबा डाइविंग, स्नोरकेलिंग, रिवर रॉफ्टिंग और कई दूसरे खेल आते हैं।