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Startups being supported under Scheme of Centers of Excellence for Artificial Intelligence for developing AI based tools and applications for use by manufacturing companies
8th to 12th class students being enabled with AI tech and social skills in an inclusive manner under 'YUVAi'
The Government considers the next decade as ‘India Techade’. India over the last 9 years has become a pre-eminent nation in developing technologies for the benefit and transforming the lives of its citizens. India continues to lead in AI talent and skill penetration according to recent reports. The Stanford AI Index 2024 highlights that India tops global AI skill penetration rates and AI talent concentration. India's AI skill penetration is rated at 2.8, surpassing the United States (2.2) and Germany (1.9). Additionally, India's AI talent concentration has seen significant growth, with a 263% increase from 2016 onwards. As per the BCG-NASSCOM report 2024, the AI market in India is witnessing robust growth, projected at a Compound Annual Growth Rate (CAGR) of 25-35%.
‘FutureSkills PRIME’ for Re-skilling/Up-skilling of IT Manpower
AI may result in automating some routine jobs but will also result in job creation in various data science, data curation, etc. This will require reskilling and upskilling, for which Ministry of Electronics and Information Technology (MeitY) has initiated ‘FutureSkills PRIME’ a programme for Re-skilling/Up-skilling of IT Manpower for Employability in 10 new/emerging technologies including Artificial Intelligence. Under this programme so far, 18.56 Lakh+ candidates have signed-up on the FutureSkills PRIME Portal, out of which, 3.37 Lakhs+ candidates have completed their course.
Centers of Excellence for Artificial Intelligence
Under the Scheme of Centers of Excellence for Artificial Intelligence implemented by MeitY in partnership with NASSCOM, Startups are supported for developing AI based tools and applications that are of use for manufacturing companies. Several such solutions have been deployed by companies in manufacturing sector.
‘YUVAi: Youth for Unnati and Vikas with AI’
In addition, National e-Governance Division (NeGD), MeitY in collaboration with its partners, has implemented ‘YUVAi: Youth for Unnati and Vikas with AI’- A National Programme for School Students with the objective of enabling school students from classes 8th to 12th with AI tech and social skills in an inclusive manner. The programme will provide a platform for youth to learn and apply AI skills in 8 thematic areas- Krishi, Aarogya, Shiksha, Paryavaran, Parivahan, Grameen Vikas, Smart Cities and Vidhi aur Nyaay.
This information was given by the Minister of State for Electronics and Information Technology Sh. Jitin Prasada in a written reply to a question in Lok Sabha today.
आईटी जनशक्ति की री-स्किलिंग/अप-स्किलिंग के लिए 18.56 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने 'फ्यूचरस्किल्स प्राइम' पर साइन-अप किया
विनिर्माण कंपनियों द्वारा उपयोग के लिए आर्तिफिशियल इंटैलिजेंस आधारित उपकरण और एप्लिकेशन विकसित करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उत्कृष्टता केंद्र की योजना के अंतर्गत स्टार्टअप को सहायता प्रदान की जा रही है
'युवाएआई' के अंतर्गत 8वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को समावेशी रूप से आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस तकनीक और सामाजिक कौशल से सक्षम बनाया जा रहा है
सरकार अगले दशक को 'इंडिया टैकेड' यानी 'भारत का प्रौद्योगिकी दशक' मानती है। पिछले 9 वर्षों में भारत अपने नागरिकों के लाभ और उनके जीवन में बदलाव के लिए प्रौद्योगिकी विकसित करने में एक प्रमुख राष्ट्र बन गया है। हालिया रिपोर्ट के अनुसार भारत आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस (एआई) प्रतिभा और कौशल प्रवेश में अग्रणी बना हुआ है। स्टैनफोर्ड एआई इंडेक्स 2024 इस बात पर प्रकाश डालता है कि भारत वैश्विक एआई कौशल प्रवेश दर और एआई प्रतिभा एकाग्रता में शीर्ष पर है। संयुक्त राज्य अमेरिका (2.2) और जर्मनी (1.9) को पीछे छोड़ते हुए भारत की एआई कौशल पहुंच 2.8 आंकी गई है। इसके अतिरिक्त, भारत की एआई प्रतिभा एकाग्रता में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। वर्ष 2016 के बाद से इसमें 263 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बीसीजी-नैसकॉम रिपोर्ट 2024 के अनुसार, भारत में एआई बाजार में मजबूत वृद्धि देखी जा रही है। इसका अनुमान 25-35 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) पर लगाया गया है।
आईटी जनशक्ति की री-स्किलिंग/अप-स्किलिंग के लिए 'फ्यूचरस्किल्स प्राइम'
एआई के परिणामस्वरूप कुछ नियमित नौकरियां स्वचालित हो सकती हैं, लेकिन इसके परिणामस्वरूप विभिन्न डेटा विज्ञान, डेटा क्यूरेशन आदि में रोजगार सृजन भी होगा। इसके लिए रीस्किलिंग और अपस्किलिंग की आवश्यकता होगी, जिसके लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित 10 नई/उभरती प्रौद्योगिकियों में रोजगार के लिए आईटी जनशक्ति की री-स्किलिंग/अप-स्किलिंग के लिए कार्यक्रम 'फ्यूचरस्किल्स प्राइम' शुरू किया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत अब तक 18.56 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने फ्यूचरस्किल्स प्राइम पोर्टल पर साइन-अप किया है, जिनमें से 3.37 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने अपना पाठ्यक्रम पूरा कर लिया है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए उत्कृष्टता केंद्र
नासकॉम के साथ साझेदारी में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) द्वारा कार्यान्वित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए उत्कृष्टता केंद्रों की योजना के अंतर्गत, स्टार्टअप को एआई आधारित उपकरण और एप्लिकेशन विकसित करने के लिए सहायता प्रदान की जाती है जो विनिर्माण कंपनियों के लिए उपयोगी होते हैं। विनिर्माण क्षेत्र में कंपनियों द्वारा ऐसे कई समाधान उपलब्ध कराए गए हैं।
'युवाएआई: उन्नति के लिए युवा और एआई के साथ विकास'
इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन (एनईजीडी) ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर, 'युवाएआई: यूथ फॉर उन्नति एंड डेवलपमेंट विद एआई' लागू किया है। यह स्कूली विद्यार्थियों के लिए एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य समावेशी तरीके से एआई तकनीक और सामाजिक कौशल के साथ 8वीं कक्षा से लेकर कक्षा 12वीं तक के स्कूली विद्यार्थियों को सक्षम बनाना है। यह कार्यक्रम युवाओं को 8 विषयगत क्षेत्रों- कृषि, आरोग्य, शिक्षा, पर्यावरण, परिवहन, ग्रामीण विकास, स्मार्ट सिटी और विधि और न्याय में एआई कौशल सीखने और लागू करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।