जयपुर जिले एक छोटे से गांव अमलपुरा की निवासी नीतू जिन्होने अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति को अपने सपनों पर कभी हावी नहीं होने दिया और कौशल एवं आजीविका विकास निगम के माध्यम से स्किल कोर्स पूरा कर अपने सपनों की उड़ान भरी।
नीतू की शादी बहुत ही कम उम्र में ही हो गई थी जब वह नवीं कक्षा में पढ़ रही थी, पति की कमाई बहुत कम थी ऊपर से ससुराल पक्ष का भी सहयोग ना के बराबर मिल रहा था। इस दौरान वह घरेलू हिंसा का भी शिकार बनी। ससुराल पक्ष से सहयोग न मिलने के कारण वह जीवन में बहुत ही निराश हो गयी थी लेकिन इस कठिन दौर में भी नीतू ने मन का विश्वास डगमगाने नहीं दिया और पूरे हौसले के साथ आगे की पढ़ाई निरन्तर जारी रखी।
खराब आर्थिक परिस्थितियों के चलते धीरे-धीरे नीतू को प्रतीत होने लगा की शायद ही उसके सपने साकार हो पाएं। जैसे-तैसे नीतू ने बीए और बीएड किया लेकिन आगे का भविष्य कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण अंधकारमय नजर आने लगा लेकिन कहा जाता है ‘जहां चाह वहां राह‘ एक दिन नीतू की रिश्तेदार ने उसे आरएसएलडीसी के बारे में बताया और वही से नीतू को उम्मीद की एक किरण नजर आने लगी। नीतू ने (एसईडीआई) कौशल एवं उद्यमिता विकास संस्थान में (अंबुजा सीमेन्ट फाउण्डेशन) से छः माह का स्किल कोर्स किया।
इसके बाद संबद्ध संस्थान में आवेदन किया। नीतू ने अपनी आगे बढ़ने की यात्रा जयपुर के होटल गोल्ड पैलेस में प्रशिक्षण के तौर पर प्रारम्भ की उसके पश्चात मानो उसके सपनों को मानो पख लग गए। नीतू ने अपनी पहली जॉब जयपुर के होटल हिल्टन (हाऊस किपींग एक्ज्यूक्टिव) तौर पर 27000 पर प्रतिमाह में प्रारम्भ की। और वर्तमान में वह खुद अपने पैरों पर खड़ी है और अपने सपनों को पूरा कर रही है। इस कोर्स के दौरान उसने अपनी हिचकिचाहट, कम आत्मविश्वास विजय पायी।
आज वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ अच्छी परवरिश भी दे रही है आज वह अपने जिले की हर उस महिला के लिये मार्गदर्शक है जो परिस्थितियों के वशीभूत होकर अपनी इच्छाओं को दबा लेती है। वर्तमान में वह युवाओं को राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के कौशल प्रोग्राम से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रही है। हाल ही में विश्व युवा कौशल दिवस पर जयपुर जिला कलक्टर श्री अंतर सिंह नेहरा द्वारा स्किल अवार्ड से भी सम्मानित किया गया।