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Ministry of Commerce and Industry, in collaboration with National Institute of Design, Ahmedabad, has organised a competition for Covid19 Street Vending Cart Design for designing a new and cost effective cart models. The NID students in Ahmedabad, Andhra Pradesh, Assam, Haryana and Madhya Pradesh took part in it from 22.12.2020 to 05.02.2021.
National Institute of Design, Ahmedabad coordinated with other NIDs and conducted a Design Hackathon for designing new carts to cope with the recent challenges emerging due to COVID-19.After selection, it is also proposed to offer these models in mass scale to street vendors.
The objective of the competition was to design a new and cost-effective solution for a modern vending cart to cope with the recent challenges emerging due to COVID-19. The cart should also provide better business prospects in the post COVID-19 world. Design should also consider issues and opportunities for street vendors so that they can sell better with improved efficiency and pride. It should address the needs of all segments of society.
As Street vendor uses conventional vending carts but, in the post COVID-19 era, the requirements from a cart have evolved in terms of packaging of goods, display, billing, hygiene, foldability, compactness, mobility, accessories like dustbin, seat etc., provision for shade, lighting, power supply etc. Indian Street Vendors are going through a tough phase due to COVID -19 scenario. Loss of customers and demand, restriction of mobility, hygiene issues, and competitive challenges are dominant in the present time. Post COVID-19 time, there are new emerging scenarios in street vending. There lies an opportunity for street vendors to innovate their businesses and attract customers adapting to these changes.These Street carts could become a turning point for product, storage, mobility and branding point of view.
हाल की कोविड-19 चुनौतियों का सामना करने के लिए नई स्ट्रीट वेंडिंग गाड़ियों की डिजाइनिंग
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन, अहमदाबाद के सहयोग से, कोविड 19 स्ट्रीट वेंडिंग गाड़ियों के डिजाइन के लिए एक नई और लागत प्रभावी गाड़ियों के मॉडल तैयार करने के लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन किया। अहमदाबाद, आंध्र प्रदेश, असम, हरियाणा और मध्य प्रदेश में एनआईडी के छात्रों ने इस आयोजन में 22.12.2020 से 05.02.2021 तक भाग लिया।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन, अहमदाबाद ने अन्य एनआईडी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कोविड 19 के कारण हाल ही में सामने आई चुनौतियों का सामना करने के लिए नई गाड़ियों को डिजाइन करने के लिए एक डिजाइन हैकथॉन का आयोजन किया। इस आयोजन में चयन के बाद स्ट्रीट वेंडरों को बड़े पैमाने पर इन मॉडलों की पेशकश करना भी प्रस्तावित है।
प्रतियोगिता का उद्देश्य कोविड-19 के कारण उभर रही हालिया चुनौतियों से निपटने के लिए एक आधुनिक वेंडिंग गाड़ी के लिए एक नया और प्रभावी समाधान तैयार करना है। गाड़ी कोविड-19 के बाद की दुनिया में बेहतर व्यावसायिक संभावनाएं प्रदान करने वाली होनी चाहिए। डिजाइन सड़क विक्रेताओं से जुड़े विषयों और अवसरों के अनुरूप होना चाहिए ताकि वे बेहतर दक्षता और गर्व के साथ अच्छी बिक्री कर सकें। इसके माध्यम से समाज के सभी वर्गों की जरूरतों को पूरा किया जाना चाहिए।
स्ट्रीट वेंडर आमतौर पर पारंपरिक वेंडिंग गाड़ी का उपयोग करते हैं, लेकिन कोविड-19 के बाद के समय में, गाड़ी की आवश्यकताओं में सामानों की पैकेजिंग, उनका प्रदर्शन, बिलिंग, स्वच्छता, फोल्डेबिलिटी, मजबूती, गतिशीलता, कूड़ेदान, सीट आदि जैसी सुविधाओं के साथ-साथ छाया, प्रकाश व्यवस्था, बिजली आपूर्ति आदि के लिए भी प्रावधान शामिल किए गए हैं। भारतीय स्ट्रीट वेंडर कोविड-19 की स्थिति के कारण कठिन दौर से गुजर रहे हैं। वर्तमान समय में स्ट्रीट वेंडर के समक्ष ग्राहकों और माँग में कमी, आने जाने में प्रतिबंध, स्वच्छता के मुद्दे और प्रतिस्पर्धा जैसी चुनौतियां सामने आ रही हैं। कोविड-19 के बाद, स्ट्रीट वेंडिंग में नए उभरते परिदृश्य हैं। स्ट्रीट वेंडर्स के लिए अपने व्यवसायों को नया रूप देने और इन बदलावों के प्रति ग्राहकों को आकर्षित करने का एक अवसर भी निहित है। यह स्ट्रीट गाड़ियाँ उत्पाद, भंडारण, आवागमन और ब्रांडिंग के दृष्टिकोण के मामले में महत्वपूर्ण रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकती हैं।