As part of Prime Minister’s call to action for Plastic Waste Management, during his Independence Day speech, the theme of this year’s Swachhta hi Sewa is Plastic Waste Management. Department for Promotion of Industry & Internal Trade (DPIIT), Ministry of Commerce & Industry, is playing a critical two-fold role for the success of the campaign as mandated by Department of Drinking Water and Sanitation, Ministry of Jal Shakti.
First, DPIIT will ensure recycling of plastic waste collected on 2nd October 2019 in cement kilns and second, collect plastic waste through nationwide shramdaan on 2nd October 2019. For this DPIIT has requested all the State Governments and Union Territories to mobilise the Industrial Parks in States and Union Territories for collection of plastic waste across all Industrial Estates, Parks, Corridors, Nodes and Industrial Areas for the Swachhta hi Sewa 2019 campaign beginning from 11th September, 2019.
The Department of Drinking Water and Sanitation, Ministry of Jal Shakti, has requested DPIIT to mandate the use of plastic waste by cement kilns and DPIIT will ensure that all collected plastic waste may be recycled in cement kilns by Diwali this year.
On 2nd October, for the Swachhta hi Sewa campaign this year, DPIIT personnel will undertake Shramdaan and ensure the collection of plastic waste on and around industrial areas all across the country.
DPIIT has requested State Governments to sensitize Industrial Parks by focusing on Plastic Waste Management on a sustained and continuous basis. State and Union Territory Governments will monitor the campaign through their nodal teams to be set up by them.
डीपीआईआईटी द्वारा प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन अभियान की शुरूआत
प्रधानमंत्री द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिये गये भाषण में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए कार्रवाई करने का आह्वान किया गया था। इस वर्ष की स्वच्छता ही सेवा का विषय प्लाटिक अपशिष्ट प्रबंधन है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल और स्वच्छता विभाग के अभियान की सफलता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
पहले डीपीआईआईटी सीमेंट भट्टों में 2 अक्टूबर, 2019 को एकत्र प्लास्टिक अपशिष्ट की रि-साइक्लिंग सुनिश्चित करेगा और दूसरे 2 अक्टूबर, 2019 को ही राष्ट्रव्यापी श्रमदान के माध्यम से प्लास्टिक अपशिष्ट एकत्र करेगा। इसके लिए डीपीआईआईटी ने सभी राज्य सरकारों और केन्द्र शासित प्रदेशों से अपने यहां सभी औद्योगिकी एस्टेट्स, पार्कों, कारिडोरों, नोड्स और औद्योगिक क्षेत्रों से 11 सितम्बर, 2019 से शुरू होने वाले स्वच्छता ही सेवा 2019 के लिए प्लास्टिक अपशिष्ट एकत्र करने का अनुरोध किया है।
जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल और स्वच्छता विभाग ने डीपीआईआईटी से सीमेंट भट्टों द्वारा प्लास्टिक अपशिष्ट के उपयोग को जरूरी बनाने का अनुरोध किया है। डीपीआईआईटी यह सुनिश्चित करेगा कि इस वर्ष दिवाली तक सीमेंट भट्टों में एकत्र किया गया प्लास्टिक अपशिष्ट रि-साइकल किया जाये। इस वर्ष 2 अक्टूबर को स्वच्छता ही सेवा अभियान के लिए डीपीआईआईटी के कर्मचारी श्रमदान करेंगे और पूरे देश में प्रौद्योगिक क्षेत्रों और उनके आस-पास प्लास्टिक कचरे का संग्रह सुनिश्चित करेंगे।
डीपीआईआईटी ने सतत और निरंतर आधार पर प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन पर ध्यान देते हुए राज्य सरकारों से औद्योगिक पार्कों को संवेदनशील बनाने का अनुरोध किया है। सभी राज्य और केन्द्र शासित सरकारें अपने यहां स्थापित की जाने वाली नोडल टीमों के माध्यम से इस अभियान की निगरानी करेगी।