“राष्ट्र रक्षा की प्रेरणा मुझे एकल ने दिया”
यदि राष्ट्र रक्षा नही हुई तो क्या हम सुरक्षित रह पाएंगे। यही प्रश्न समाज के मन को आराम देने वाला नही अपितु समर्पण भाव से, निःस्वार्थ होकर कुछ हम सब को करने की आवश्यकता है। यही पीड़ा को अपनी चुनौती के रूप में स्वीकार करने वाली एकल अभियान की आचार्या कु0 वीना वर्मा ने अपनी आत्मकथा में बताया कि एकल की प्रेरणा ने मुझे देश के लिए कुछ करने की इच्छा शक्ति जगाई मेरा जीवन सार्थक हुआ ।
“मैं, कुमारी वीणा वर्मा, पिता श्री नान्हू प्रसाद वर्मा, निवासी ग्राम अरकूना, पो0 बरबा, जनपद अयोध्या, जिला अयोध्या, उत्तरप्रदेश में मेरा जन्म हुआ। मेरी प्रारंभिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय अरकूना में हुई । उच्च शिक्षा जैन समाज विद्यापीठ इंटर कॉलेज दिगम्बरपुर अयोध्या में हुई। हम 4 बहिनें है, 2 बड़ी है जिनकी शादी हो गई । मेरा तीसरा नम्बर है । सभी बहनें मिलकर ने कभी देश के प्रति जागरूकता थी ही नही, केवल हम अपना ही सोचते थे लेकिन सन 2013 में एकल अभियान के संपर्क में आये और सर्वप्रथम इसी गांव की आचार्या बनी। परिवारिक आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण आगे की शिक्षा नही हो पा रही थी । इस परिस्थितियों में एकल की और से सहयोग राशि से आगे की पढ़ाई पूरी की । एकल के कार्य को करते करते ह्रदय परिवर्तन हो गया । पहले सोचा करते थे कि केवल पैसा कमाना है लेकिन एकल के कार्यो को करते करते प्रशिक्षण के दौरान राष्ट्र रक्षा के प्रति निष्ठा बढ़ती गई और मन में ठाना की अब देश की सेना या पुलिस के अलावा अब कुछ नही करना है। तैयारी भी करती रही । ऐसा अवसर आया कि उत्तरप्रदेश की भर्ती 2018 में निकली, मैंने फार्म जमा किया संयोग से मेरा चयन हो गया। सर्वप्रथम भर्ती लखनऊ उत्तरप्रदेश में हुई । बेसिक ट्रेंनिग रिजर्व पुलिस लाइन लखनऊ में चल रही है।”
इन्होंने कहा कि- “एकल परिवार ने स्वाभिमान से जीना सिखाया । देश के प्रति समर्पण गंभीरता लाने में बड़ी भूमिका निभाई है । मेरी पढ़ाई में एकल अभियान का योगदान नही होता प्रेरणा नही मिलती तो आज में इस मुकाम में नही पहुँच पाती । राष्ट्र रक्षा की प्रेरणा मुझे एकल अभियान से मिली । मैं सदैव एकल के प्रति पूरी निष्ठा से सहयोग करूंगी और लोगों को भी प्रेरित करने का संकल्प लेती हूं । साथ ही जिस विद्यालय की आचार्या रही हूँ उस एकल विद्यालय को स्वावलंबी एवं स्वाभिमानी बनाने हेतु सतत प्रयास रत रहूंगी ।“
If the nation is not protected, will we be safe? This question always worried Veena Verma, a resident of village Arkuna in Ayodhya district of Uttar Pradesh. Here, she became a teacher in the Ekal Vidyalaya. Veena says that Ekal gave her the inspiration to work for the nation and her life became meaningful.
Veena has two elder sisters, who are married. She has a younger sister too. She did her higher studies in the Jain Samaj Vidyapeeth Inter College, Digambarpur in Ayodya but because of poverty she could not pursue her studies.
Veena became a teacher in Ekal in 2013. She says that with her association with Ekal her determination to join security forces developed so much that she took a pledge to do nothing else but serve the nation. In 2018 the opportunity came to her. In the recruitment drive in Uttar Pradesh Police, she succeeded and is undergoing training at the Reserve Police Line in Lucknow.