In a landmark achievement for Film and Television Institute of India (FTII) Pune, theAll India Council for Technical Education (AICTE) has granted approval to five courses of FTII under AICTE's newly created APPLIED ARTS AND CRAFTS category. This approval makes India's premier film school,FTII,the first and only Institute in this category in the country to receive such recognition.
A list of Institutions and approved Courses published by AICTE on Saturday,11th May under its newly-constituted category pertaining to Institutes offering courses in applied arts,crafts and design, includes FTII and all its five one-year Post Graduate Certificate courses.
Of the five FTII courses which have received AICTE approval, four are in Television wing (Direction, Electronic Cinematography, Video Editing and Sound Recording & TV Engineering) and one in Film wing (Feature Film Screenplay Writing).
"This is a historic moment for FTII to have received AICTE approval for all five PG Certificate courses.This makes FTII the first film school in India to receive this recognition.
In recent years FTII's television courses have been in the limelight winning several National awards and even international honours. The AICTE approval lends more value to the TV courses making them as attractive as the film wing specializations. Screen writers from FTII are already making their mark in the entertainment industry. With the AICTE approval coming into effect from 2019-20, students entering TV courses and Feature Film Screenplay Writing course this year stand to gain.This is as important a watershed event as the Master's degree equivalence granted to FTII's six PG Diploma film wing courses by Association of Indian Universities (AIU) in January 2017. With this, all 11 FTII courses now stand approved by either AIU or AICTE.", said Brijendra Pal Singh,Chairman, FTII Governing Council.
एफटीआईआई के पांच पाठ्यक्रमों को एआईसीटीई की मंजूरी
भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) पुणे को ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है। एफटीआईआई के पांच पाठ्यक्रमों को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने नवगठित व्यावहारिक कला और शिल्प श्रेणी में मंजूरी प्रदान की है। इस मंजूरी से भारत के प्रमुख फिल्म संस्थान,एफटीआईआई देश का पहला और एकमात्र संस्थान बन गया है, जिसे यह मान्यता मिली है।
एआईसीटीई ने नवगठित व्यावहारिक कला, शिल्प व डिजाइन श्रेणी के लिए 11 मई, 2019 को संस्थानों और अनुमोदित पाठ्यक्रमों की सूची जारी की है। इस सूची में एफटीआईआई और इसके पांच एक वर्षीय पोस्टग्रेज्युट सार्टिफिकेट पाठ्यक्रम शामिल हैं।
एआईसीटीई द्वारा मंजूर किए गए इन पांच पाठ्यक्रमों में चार टेलीविजन (निर्देशन, इलेक्ट्रॉनिक सिनेमेटोग्राफी, वीडियो एडिटिंग और साउंड रिकॉर्डिंग) तथा एक फिल्म (फीचर फिल्म पटकथा लेखन) से संबंधित है।
एफटीआईआई गवर्निंग काउंसिल के चेरयरमैन विजेन्द्र पाल सिंह ने कहा कि एफटीआईआई के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है। संस्थान को सभी पांच पीजी सार्टिफिकेट पाठ्यक्रमों के लिए एआईसीटीई की मंजूरी मिली है। इससे एफटीआईआई भारत का पहला फिल्म संस्थान बन गया है, जिसे यह मान्यता मिली है।
सिंह ने कहा कि हाल के वर्षों में एफटीआईआई के टेलीविजन पाठ्यक्रम चर्चित रहे हैं, क्योंकि इन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए हैं। एआईसीटीई की मंजूरी से टेलीविजन पाठ्यक्रमों के मूल्य में बढ़ोतरी हुई है और यह फिल्म निर्माण के पाठ्यक्रमों के समान ही आकर्षक हो गए हैं। एफटीआईआई के पटकथा लेखक मनोरंजन उद्योग में पहले से ही ख्याति अर्जित कर रहे हैं। एआईसीटीई की मंजूरी से 2019-20 शैक्षणिक सत्र में प्रवेश लेने वाले छात्रों को लाभ होगा। भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) ने जनवरी,2017 में एफटीआईआई के छह पीजी डिप्लोमा फिल्म पाठ्यक्रमों को स्नातकोत्तर डिग्री की मान्यता दी है। इसके साथ एफटीआईआई के सभी 11 पाठ्यक्रमों को या तो एआईयू या एआईसीटीई के द्वारा मान्यता प्रदान की गई है।