It has been observed that education can be imbibed in the the students only when their interest towards it generates from within. The need is to go beyond the books, which we usually do not do. Some government school teachers of Jharkhand came out with an innovative idea to improve the situation. This has greatly helped in the students getting more interested in studies, it has helped in better student-teacher relations, even attendance in schools have improved. Watch this video to know more. Also read more about this innovation in our earlier post. The link to this is http://bharatmahan.in/zero-investment/innovative-teaching-techniques
छात्र केंद्रित शिक्षण प्रणाली को सफल बनाने के लिए शैक्षिक गतिविधियों में छात्रों की सहभागिता आवश्यक है. इसलिए अब पुस्तक बद्ध पढ़ाई से आगे बढ़कर विद्यालयों में आनुभविक शिक्षण प्रणाली पर जोर दिया जाने लगा है. समय और परिस्थितियों के अनुरूप शिक्षक अब नई-नई शिक्षण विधियों का समावेश छात्रों के दैनिक जीवन में घटने वाली गतिविधियों के साथ कर रहे हैं, ताकि छात्रों के लिए शिक्षा रोचक, प्रासंगिक और ज्ञानवर्धक बन सके. इसके प्रभाव से विद्यालय में छात्रों के कक्षानुकुल अधिगम स्तर में तो सुधार होता ही है अपितु बच्चों के लिए स्वयं सीखने का माहौल भी आसानी से तैयार हो जाता है. विभिन्न विषय अलग-अलग माध्यमों से रूचिकर और सरल बनाने की सोच और नीति अभिनव शिक्षण तकनीक नवाचार की नींव है.
नवाचार के लाभ
- विद्यालय में आनुभविक, प्रासंगिक और रूचिकर शिक्षा का विकास
- पठन-पाठन प्रक्रिया में छात्रों और शिक्षकों में सहभागिता
- छात्रों की स्मरण शक्ति और आत्मविश्वास में सुधार
- शिक्षकों के प्रोत्साहन स्तर में वृद्धि
- छात्रों की उपस्थिति दर में सुधार
इस वीडियो को देखे, और अधिक जानकारी के लिए हमारे पहले के पोस्ट में पढ़े -
http://bharatmahan.in/zero-investment/innovative-teaching-techniques