एकल अभियान श्रीहरि सत्संग समिति, झारखण्ड प्रदेश द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह में झारखण्ड राज्य के सुदूर जंगल पहाड़ों में रहने वाले 51 वनवासी जोड़ें 20 नवम्बर 2016, रविवार को विवाह बंधन में बंध गए | यह कार्यक्रम झारखण्ड राज्य की राजधानी रांची के ऐतिहासिक बिरसा मुण्डा फूटबॉल स्टेडियम में हुए भव्य समारोह में स्थानीय परम्परा एवं रीति-रिवाज से इनका सामूहिक विवाह सम्पन्न कराया गया | पहली बार इस शहर में इस प्रकार का अनूठा व भव्य विवाह उत्सव सम्पन्न हुए |
सामूहिक विवाह उत्सव के मुख्य आमंत्रित अभिभावक महामहिम राज्यपाल झारखण्ड राज्य श्रीमति द्रोपदी मुर्मू ने 51 जोड़ें वर-वधु को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि एकल अभियान का यह प्रयास काफी सराहनीय है | सभी नई जिंदगी की शुरुआत कर रहे हैं | वर-वधु सात जन्म के लिए नही, बल्कि हमेशा के लिए जुड़ते है | इन पर समाज के कल्याण की जिम्मेवारी भी बढ़ जाती है | राज्यपाल ने कहा कि एकल अभियान जो काम कर रहा है उसका लाभ सभी को होगा| आशीष प्रदान करते हुए राज्यपाल ने सभी 51 वनवासी जोड़ें वर-वधु के पास जाकर स्वयं अपने हाथों से उपहार भेंट की तथा सभी वर-वधुओं ने पैर छू-कर एवं प्रणाम कर उनका आशीष एवं उपहार ग्रहण किये |
वनवासी विवाह उत्सव आशीर्वाद की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए एकल अभियान के संस्थापक सदस्य एवं संगठन प्रभारी श्री श्याम जी गुप्त ने कहा कि एकल अभियान इस देश में समरसता लाने का काम कर रही है | एकल अभियान गंगा की तरह है जिसमे पवित्रता लाने की ताकत है | आज का कार्यक्रम उसी व्यवहार को प्रकट करने का कार्यक्रम है | एक कुटिया में रहे वाले लोगों के दिल में तथा अट्टालिकाओं में रहने वाले लोगों के दिल में विश्वास पैदा करना है | श्री गुप्त ने कहा कि 51 वनवासी जोड़ें ऐसे हैं जो उपेक्षित वनवासी गाँव के हैं, ये मंच पर आज उपस्थित है, जिनको हमने अपना माना | यह केवल विवाह समारोह नहीं है, बल्कि समाज परिवर्तन की एक नई दिशा है | यह विवाह संस्कार ही नहीं बल्कि संस्कार को नवीन संकल्प लेने का अवसर है | समाज में परिवर्तन आये इसका प्रयास एकल अभियान ने किया है |
उत्सव में शामिल हजारों ग्रामीण एवं नगरवासी को संबोधित करते हुए श्री गुप्त ने कहा कि इस देश में परिवर्तन लाने के लिए एकल अभियान से जुड़ने का संकल्प लेने का अवसर है यह संकल्प सबका हो | हम गाँव को मजबूत बनायेंगे इससे देश मजबूत बनेगा |
इस अवसर पर झारखण्ड विधानसभा के अध्यक्ष श्री दिनेश उराँव ने सभी वर-वधुओं को सामूहिक प्रतिज्ञा कराया, जिसमें एकल अभियान के माध्यम से अपने गांवों की सब प्रकार की उन्नती के लिए काम करने, इसके लिए अपने को संस्कारित एवं योग्य बनने तथा जीवन भर किसी भी प्रकार के व्यसन से मुक्त रहने की प्रतिज्ञा शामिल है |
इसके पूर्व झारखण्ड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुण्डा एवं उनकी पत्नी श्रीमति मीरा मुण्डा ने बारात का स्वागत एवं द्वार पूजा किया | जबकि अपराहन में अलग-अलग बैट्री चालित 51 ऑटो वाहनों में 51 जोड़ें को बैठाकर नगर में बारात निकली गई, जिसमे हजारों बाराती शामिल हुए| नगर के आठ कि०मी० की यात्रा में आठ स्थानों पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया गया |
उपरोक्त विवाह समारोह वनबंधु परिषद् के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री रमेश सरावगी जी ने अपने f}तीय पुत्र चिरंजीवी मयंक सरावगी का सौभाग्यशालिनी शैली गोयनका के संग आगामी 30 नवम्बर 2016 को होने वाली परिणय सूत्र में बंधने के शुभ अवसर पर आयोजित किया गया|
इस अवसर पर श्रीहरि सत्संग समिति झारखण्ड के कथाकार भैया-बहनों द्वारा मंगल गान एवं 51 जोड़ें का 51 मंडपों में विवाह सम्पन्न कराये | जिसमें 45 जोड़ों का विवाहोत्सव स्थल पर ही विवाह का राजकीय निबंधन कराया गया विवाहोत्सव में सभी नगरवासी एवं वनवासी-ग्रामवासी नृत्य मंडली बनाकर मांदर की थाप एवं नगाड़े की आवाज पर खूब नाचे और आनंद विभोर हो गए |
इस समारोह में झारखण्ड राज्य के कल्याण मंत्री लुईस मरांडी, वनबंधु परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष सजन वंसल, कार्यकारी अध्यक्ष रमेश सरावगी, किरण सरावगी, जीतेन्द्र गोयनका, चि० मयंक सरावगी, सौ० शैली गोयनका, एकल अभियान ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बजरंग लाल बागड़ा, वनबंधु परिषद् कोलकाता के 125 पदाधिकारी, पद्मश्री अशोक भगत, झारखण्ड के महाधिवक्ता श्री विनोद पोद्दार, रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा सहित रांची के सामाजिक, राजनीतिक, व्यावसायिक, प्रशासनिक, बुद्धिजीवी समाज के प्रतिष्ठित बंधु-भगिनी सैकड़ों के संख्या में उपस्थित थे |
मंचीय कार्यक्रम का स्वागत भाषण श्रीहरि सत्संग समिति झारखण्ड प्रदेश के अध्यक्ष श्री सतीश तुलस्यान तथा धन्यवाद ज्ञापन एकल अभियान झारखण्ड प्रदेश के संरक्षक श्री ज्ञान प्रकाश जालान ने किया जबकि मंच संचालन एकल अभियान झारखण्ड ग्राम संगठन के अध्यक्ष श्रीमति उषा जालान में किया |