Minister of State (I/C) for Housing & Urban Affairs, Hardeep S Puri, has stated that in the Swachh Survekshan 2020(SS 2020) league, parameters pertaining to Wastewater treatment &reuse and fecal sludge management have been given special focus. Launching the SS 2020 League here today , he said that there will be a quarterly cleanliness assessment of cities and towns in India. This will be integrated with Swachh Survekshan 2020, the 5th edition of the annual cleanliness survey of urban India to be conducted from January – February 2020 by Ministry of Housing & Urban Affairs under the aegis of Swachh Bharat Mission- Urban (SBM-U).
Speaking on the need for a quarterly evaluation mechanism, Puri said, “Every year, the Swachh Survekshan is redesigned innovatively, to ensure that the process becomes more and more robust, with focus on sustaining the changed behaviours. However, one concern that was commonly voiced was that cities cleaned themselves up just before a survey and slipped down after that. This year, therefore, we are launching the ‘Continuous Survekshan’ – the SS 2020 League, where cleanliness assessments will happen throughout the year – similar to the continuous assessments that are followed in schools and colleges – and feed into the larger annual survey in January 2020”. SS League 2020 has been introduced with the objective of sustaining the on-ground performance of cities along with continuous monitoring of service level performance when it comes to cleanliness.
Elaborating on the process of conducting the exercise, DurgaShanker Mishra, Secretary, MoHUA said, “SS League 2020 will be conducted in 3 quarters, i.e. April- June, July – September and October- December 2019 and will have a weightage of 2000 marks for each quarter to be evaluated on the basis of monthlyupdation of SBM-U online MIS by cities along with citizen’s validation on the 12 service level progress indicators through outbound calls. These two parameters will together determine the quarterly ranking of cities. Ranks will be assigned in two categories, namely, cities with population of one lakh and above and cities with population of less than 1 lakh. The performance of cities in SS League 2020 will be crucial to their ranking in Swachh Survekshan 2020 due to the 25% weightage of the quarterly assessments to be included in the annual survey in January 2020.” The exercise will cover all ULBs that have come into existence on or before 31 December 2018.
Informing about the achievements of SS 2019, the Minister stated that 84,000 informal waste pickers have been formally integrated into sustainable livelihoods, 4.6 lakh sanitary workers have been provided medical benefits and more than 1 crore citizens have participated in campaigns through Swachh Manch, 18,329 Garbage Vulnerable Points have been transformed and 345 landfill sites have been remediated. More than 370 cities are practicing segregation at source in more than 80 % of their wards.
(Related news posted yesterday http://bharatmahan.in/positive-news/swachh-survekshan-2020-be-launched-today )
स्वच्छ सर्वेक्षण लीग 2020 में अपशिष्ट/ गंदे पानी के शोधन तथा पुन: उपयोग और मल गाद प्रबंधन पर विशेष फोकस
आवास तथा शहरी कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप एस.पुरी ने कहा है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 (एसएस 2020) लीग में गंदे पानी की सफाई तथा पुन: उपयोग और मल गाद प्रबंधन से संबंधित मानकों पर विशेष फोकस दिया गया है।
आज नई दिल्ली में एसएस 2020 लीग लांच करते हुए उन्होंने कहा कि देश में शहरों और नगरों की स्वच्छता का तिमाही मूल्यांकन किया जाएगा। इसे स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 से एकीकृत किया जाएगा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 शहरी भारत का पांचवां वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण जनवरी-फरवरी 2020 में स्व्च्छ भारत मिशन-शहरी (एसबीएम-यू) के अंतर्गत आवास और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा किया जाएगा। एसएस 2020 लांच किये जाने के अवसर पर आवास तथा शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, संयुक्त सचिव तथा एसबीएम-यू के मिशन निदेशक वी.के. जिंदल और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। समारोह में राज्यों के प्रधान सचिव, राज्य मिशन निदेशक तथा पांच लाख से ऊपर की आबादी वाले 106 शहरों के पालिका आयुक्तों ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से भाग लिया।
तिमाही मूल्यांकन व्यवस्था की आवश्यकता की चर्चा करते हुए श्री पुरी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण को नया डिजाइन दिया जाता है ताकि यह सुनिश्चित हो सकें कि प्रक्रिया मजबूत हो, लेकिन समान रूप से यह चिंता व्यक्त की जाती है कि शहर सर्वेक्षण से पहले अपनी साफ-सफाई करते हैं और बाद में साफ-सफाई में कमी आ जाती है। इसलिए हम निरंतर सर्वेक्षण-एसएस 2020 लीग लांच कर रहे है, जिसमें स्वच्छता का मूल्यांकन पूरे वर्ष होगा। यह मूल्यांकन ठीक उस तरह होगा, जिस तरह स्कूलों और कॉलेजों में निरंतर मूल्यांकन किया जाता है। इस मूल्यांकन को जनवरी 2020 में होने वाले व्यापक वार्षिक सर्वेक्षण में फीड किया जाएगा। एसएस लीग 2020 लागू करने का उद्देश्य शहरों के धरातल पर कार्य प्रदर्शन और सेवा स्तरीय कार्य प्रदर्शन की निरंतर निगरानी है।
मूल्यांकन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी देते हुए दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि एसएस लीग 2020 तीन तिमाहियों यानी अप्रैल-जून, जुलाई-सितम्बर, अक्टूबर-दिसम्बर, 2019 में किया जाएगा। प्रत्येक तिमाही का भारांक 2000 होगा, जिसका मूल्यांकन एसबीएम-यू ऑनलाइन एमएएस के मासिक नवीनतम जानकारी पर तथा 12 सेवा स्तर प्रगति सूचकों के नागरिक सत्यापन के आधार पर किया जाएगा। एक साथ दोनों मानक शहरों की तिमाही रैंकिंग का निर्धारण करेंगे। दो श्रेणियों में रैंक दिये जाएगे। पहली श्रेणी एक लाख और उससे ऊपर की आबादी वाले शहरों की होगी और दूसरी एक लाख से कम आबादी वाले नगरों की। एसएस लीग 2020 में शहरों का प्रदर्शन स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में रैंकिंग के लिए महत्वपूर्ण होगा। जनवरी 2020 में होने वाले वार्षिक सर्वेक्षण में तिमाही मूल्यांकन का 25 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा। इसमें सभी यूएलबी होंगे, जो 31 दिसम्बर, 2018 या उससे पहले अस्तित्व में थे।