मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आईटी के माध्यम से भ्रष्टाचार और बिचौलिये पर लगाम लगायी जा सकती है, साथ ही साथ समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ भी सीधे पहुंचाया जा सकता है। अगले दो साल में झारखंड के हर पंचायत को इंटरनेट से जोड़ दिया जायेगा। ई. पंचायत के माध्यम से लोगों को सेवाएं व सुविधाएं मिल सकेंगी। इसमें पंचायत के जन प्रतिनिधियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री नें सोमवार को स्कीपा में ई. पंचायत पर आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का उदघाटन करते हुये यह बातें कही। उन्होंने कहा कि तेजी से बदलते समय में प्रशिक्षण से ही अपडेट रहा जा सकता है। इसलिये सरकार यहां अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था लागू करने जा रही है।
श्री दास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी को ध्यान में रख कर डिजिटल इंडिया की शुरुआत की है। जनता अब हर काम का मूल्यांकन करती है। जन प्रतिनिधि अपने काम के बल पर ही अपनी अलग छाप छोड़ सकतें हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को कर्तव्य का भी बोध होना जरूरी है। हमें शासक नहीं सेवक की भूमिका निभानी है। जवाबदेह, समयबद्ध और पारदर्शी शासन हमारी सरकार का मूलमंत्र है। यही कारण है कि सरकार जो भी घोषणा कर रही हैए उसे समयबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है। कहीं कोई गड़बड़ी नजर आती है, तो टोल फ्री नंबर 181 पर शिकायत की जा सकती है। गड़बड़ी करनेवालों की जगह शासन-प्रशासन में नहीं है। इसके लिए लोगों में जागरूकता लानी होगी।
उन्होंने कहा कि जनता अपने विकास का खाका खुद खींचे, इसके लिए योजना बनाओ अभियान में गांव-गांव जाकर वहां की विकास योजनाओं की रूपरेखा तैयार की गयी। इसमें मंत्री, जनप्रतिनिधि, अधिकारी सभी ने सहयोग किया। यही कारण है कि इसमें हमें सफलता प्राप्त हुई। कार्यक्रम में विकास भारती के सचिव अशोक भगत, स्कीपा के महानिदेशक सुधीर प्रसाद, आइटी सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, सेंटर फॉर इनोवेशन इन पब्लिक सिस्टम (सीआइपीएस) के डॉ सीबीएस वेंकटरमण सहित अन्य लोग उपस्थित थे।