(This news in English also given below.)
पिछले दशकों में विशेषकर शिक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति आमजन जागरूक हुआ है। वहीं कैंसर, हृदय रोग सहित कई असाध्य रोगो के फैलाव से जनजीवन त्रस्त है जिसकी जकड़न में आए गरीब एवं पिछड़़े तबके को गंभीर बीमारियों के इलाज में अपना घर बार तक बेचने को मजबूर होना पड़ता है। अनेक जानलेवा बीमारियों पर होने वाले बेतहाशा खर्चों ने आमजन की कमर तोड़ दी। ऎसी विषम परिस्थितियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने संवेदनशीलता से जरूरतमंद तबके को बिना किसी वित्तीय बोझ के चिकित्सा सुविधा सुलभ कराने की सरल कार्य प्रणाली को मूर्त रूप देने का निर्णय लिया। इसके फलस्वरूप भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना अस्तित्व में आयी। वर्तमान राज्य सरकार की दूसरी वर्षगांंठ पर 13 दिसम्बर 2015 को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारम्भ हुआ। प्रदेश की दो तिहाई आबादी को निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण इन्डोर स्वास्थ्य सुविधायें सुलभ कराने वाली इस योजना को लागू करके सरकार ने एक तरफ गरीब तथा आम आदमी द्वारा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पर किये जाने वाले खर्चे में कमी लाने के साथ उनके लिए उच्च निजी चिकित्सालयो में भी चिकित्सा सुविधा हासिल करने के अवसर बढ़ाये वहीं चिकित्सा व्यवस्था पर होने वाले सरकारी खर्चे को बीमा के माध्यम से रक्षित करने का व्यावहारिक मार्ग निकाला। इस योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत आने वाले प्रदेश के लगभग एक करोड़ परिवारों को सम्मिलित किया गया। इस अनूठी योजना में बीमित परिवार के सभी सदस्यों की बीमा से पूर्व की समस्त बीमारियों को कवर करते हुए प्रत्येक परिवार को सालाना चिन्हित सामान्य बीमारियों के लिए 30 हजार रुपये तथा चिन्हित गंभीर बीमारियों हेतु तीन लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा कवर का प्रावधान किया गया। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़े गये परिवाराें को इस सुविधा से लाभान्वित करने के लिए कुल 494 राजकीय चिकित्सा संस्थानो में भर्ती होकर अपना इलाज करवाने की व्यवस्था की गई। इसके साथ-साथ सूचीबद्व 631 निजी चिकित्सालयों में भी चिकित्सा सुलभ करवाने का प्रावधान किया गया। इस योजना के अन्तर्गत आने वाले कार्डधारक परिवार अपनी सुविधानुसार रोगी को सरकारी या चिन्हित निजी अस्पताल में भर्ती करवाकर आसानी से निःशुल्क चिकित्सा सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। इस तरह की सुविधा का लाभ यह हुआ है कि हृदय रोग से पीड़ित रोगियों का बाईपास सर्जरी, हार्ट वॉल्व रिपेयर, एंजियो प्लास्टी, जन्मजात हृदय विकार, कैंसर, ब्रेन सर्जरी, स्पाईनल सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी के साथ-साथ यूरोलोजी, डायलिसिस, किडनी तथा ब्लेडर सम्बन्धी रोगों का उपचार बिना किसी खर्चे के होने लगा है। अपने आप में अनूठी इस भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का ही कमाल है कि बीकानेर जिले की 64 वर्षीया सोना देवी को नवजीवन मिला है। लूणकरणसर की डेलवा बस्ती निवासी-श्योकरण राम झोरड़ की पत्नी सोना देवी जुलाई माह के मध्य में अचानक सीने में असहनीय दर्द होने पर बेहोशी होकर गिर गई। सामुदायिक चिकित्सा केन्द्र के चिकित्सक ने जांच कर उसे जरूरी इंजेक्शन व दवा देकर पी बी एम हॉस्पिटल बीकानेर रैफर कर दिया। अस्पताल के हल्दीराम मूलचंद कार्डियोवैस्कुलर केन्द्र पर डॉ. राकेश महला ने गहन परीक्षण कर यह बताया कि सोना देवी के लगा हुआ पेसमेकर खराब हो चुका है तथा उसके दिल की धड़कन को नियंत्रित करने के लिए एक जटिल ऑपरेशन द्वारा कृत्रिम पेसमेकर लगाना पडेगा। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सोना देवी को निःशुल्क पेसमेकर लगाया गया जिससे उसके दिल की धड़कन अब सामान्य और सुचारू है। इस दम्पत्ति के कोई संतान नहीं है। दत्तक पुत्र ओम प्रकाश खेतो में मजदूरी कर जैसे तैसे घर चलाता है। घर पर पोते-पोतियों के संग हंसी खुशी जीवन बिता रही सोना देवी और उसका परिवार राज्य सरकार के प्रति शुक्रगुजार है। सोना देवी के समान लाभान्वित होने वालों के प्रसंग दर प्रसंग भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के मानवीय संवेदना से भरे अध्याय में जुड़ रहे हे। ऎसे मरीजों के इलाज में सहायता के लिए स्वास्थ्य संस्थाओ, में स्वास्थ्य मार्गदर्शक भी तैनात किए गए है। राज्य सरकार द्वारा चिन्हित जिन निजी अस्पतालो में भामाशाह स्वास्थ्य योजना के कार्डधारकों का निःशुल्क इलाज किया जाता है। उन अस्पतालों द्वारा सम्बन्धित बीमा कम्पनी को क्लेम्स प्रेषित किये जाते है और आवश्यक प्रक्रिया के तहत उन्हे भुगतान किया जाता है। इस योजना के तहत सालाना 370 करोड़ रुपये व्यय कर गरीब पात्र परिवारों को स्वास्थ्य बीमा सुविधा उपलब्ध करवायी जा रही है। वर्ष 2015 में 13 दिसम्बर से आरम्भ इस योजना में नवम्बर माह के आरम्भ तक पांच लाख 65 हजार से अधिक रोगियों को स्वास्थ्य बीमा से लाभान्वित करते हुए 253 करोड़ रूपये के बीमा क्लेम बुक किए गए है तथा बीमा कम्पनियों द्वारा क्लेम स्वीकृति एवं भुगतान की प्रक्रिया जारी है। इस योजना के तहत देश में सर्वाधिक 1715 बीमारियों को कवर करते हुए लगभग 1116 सरकारी अथवा निजी अस्पतालो में लगभग 1 करोड़ परिवारों को स्वास्थ्य बीमा सुविधा उपलब्ध है।
In its three years of commitment & performance, Rajasthan Government has drawn out and formulated various extensive schemes and programmes to take care of the health of entire population across the state. In an initiative to bring poor and downtrodden section of the society within the gamut of ensuring hightech and latest medical and health facilities, government has launched the Bhamashah Swasthya Bima Yojana, a unique and unprecedented medical insurance scheme. The ambitious Health Insurance Scheme is visualized to provide hassle free cashless treatment, improved quality of care with efficiency to the beneficiaries. Poor, who otherwise have no access to hightech and expensive medical treatment, are being provided with an opportunity to get health services in private health institutions with super specialty medical facilities. The scheme is applicable for the residents of Rajasthan alone. This scheme is envisaged to bring a revolution in healthcare in rural area – by providing stimulus to private sector to open hospitals in rural areas and reduce the increasing burden on Government facilities in order to provide quality healthcare to over one crore families identified under National Food Security Scheme (NFSS) and National Health Insurance Scheme. Cover: Under the scheme, health insurance cover of Rs. 30 thousand is being provided for general illnesses and Rs.3 lakhs for critical illnesses is being provided to a family on floater basis in one year for IPD procedures. All the illnesses of the members of ensured family are covered under Bhamashah Swasthya Bima Yojana. Provisions include 7-days pre-hospitalization and 15days post hospitalization facility to the beneficiaries. It also provides transport allowance of Rs. 100 to Rs. 500 for cardiac and polytrauma cases. These benefits are cashless for the beneficiaries and services are being made available through community health centers, government medical institutions, government and private hospitals, authorized under national health insurance scheme.