केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, श्री जगत प्रकाश नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार तथा एनटीपीसी और एनएचपीसी के बीच आज विशेष समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने के अवसर पर कहा, “बिलासपुर में पहले हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना से क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा तथा स्थानीय शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के और अधिक अवसर उपलब्ध होंगे तथा एनटीपीसी और एनएचपीसी को विशेषज्ञ कार्यबल उपलब्ध होंगे। यह निश्चय ही एक ऐतिहासिक क्षण है।” भारत सरकार के केंद्रीय विद्युत, कोयला, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा तथा खान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्री पीयूष गोयल, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री,श्री प्रेम कुमार धूमल तथा हिमाचल प्रदेश के मंत्री, श्री जी. एस. बाली की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह में श्री नड्डा मुख्य अतिथि थे। समारोह में संसद-सदस्य श्री अनुराग सिंह ठाकुर, श्री वीरेन्द्र कश्यप, सुश्री विप्लव ठाकुर भी उपस्थित थे।
श्री नड्डा ने माननीय प्रधान मंत्री के मार्गदर्शन, नेतृत्व तथा देश के विकास के उनके दृष्टिकोण और उनके ऐसे जन-केन्द्रित विचारों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की, जिन्हें देश की विकास परियोजनाओं में रूपांतरित किया जा रहा है। उन्होंने अपने गृहनगर तथा संसदीय क्षेत्र में परियोजना लगाने के लिए विद्युत मंत्री, श्री पीयूष गोयल को भी धन्यवाद दिया। श्री नड्डा ने कहा कि इस संस्थान की स्थापना से विशेषज्ञ तकनीकी मानव संसाधन के सृजन में मदद मिलेगी जो कि भविष्य की कई हाइड्रो परियोजनाओं की विशिष्ट आवश्यकता के अनुकूल देश की सेवा करने वाले कार्यबल को तैयार करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि "हाइड्रो इंजीनियरिंग को समर्पित विशेषज्ञ इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित करने की यह पहल न सिर्फ अपने देश में, बल्कि संभवत: विश्व भर में अनोखी है।"