The magnificent tableau of the Ministry of Jal Shakti, highlighting the Government’s new initiative ‘Jal Jeevan Mission’ which aims at providing Functional Household Tap Connection (FHTC) to every rural household by 2024, has been adjudged the best tableau, jointly with the NDRF tableau. Defence Minister Rajnath Singh awarded the best tableau award to the Jal Jeevan Mission (JJM) tableau in a gracious and befitting ceremony here today. This marvellous tableau depicting the HarGhar Jal vision of the Prime Minister, was one of the central attraction of this year’s Republic Day Parade.
In his Independence Day address, last year the Prime Minister Narendra Modi announced launch of Jal Jeevan Mission to provide potable water in adequate quantity and prescribed quality on regular basis to every rural household by 2024. Currently, only 33 million out of around 178 million rural households in the country have facility of piped water connection and hence approximately 146 million households are to provided with household tap connections by 2024 under JJM.
The winner tableau’s front design was in the shape of a huge metallic tap and a pot made of metallic pots, representing millions of rural households. The middle section showcased how a rural household in ‘New India’ benefits under JJM. A household was shown with the facility of running water (in kitchen, toilet, washing area), grey-water flowing into a soak pit, izzatghar (toilet). The family was shown attending to its daily routine with improved quality of life. The rear portion showcased water conservation in the form of a structure that looks like two palms collecting a huge water drop, indicating collective efforts for rainwater harvesting and water conservation. There were artists donned in droplets costumes in blue and cultural attire of different states/UTs walking along symbolizing the making of JJM, a Jan Andolan.
Overall the tableau confirmed the vision of Prime Minister Narendra Modi for water conservation and accessibility of quality water for all urging rural communities to work together so that water becomes a shared commitment and has to become “everyone’s business’. In the Prime Minister’s words, “for long term drinking water security, it is important that local communities and Gram Panchayats come forward and take responsibility to manage in-village water supply systems and their water resources; and reuse greywater. The community must have a sense of ownership of the assets being created under this Mission.”
हर घर जल का संदेश देती ‘जल जीवन मिशन’ की झांकी को सर्वश्रेष्ठ झांकी का पुरस्कार
जल शक्ति मंत्रालय की शानदार झांकी, जिसमें भारत सरकार की नई पहल ‘जल जीवन मिशन’ को सुंदरता से प्रदर्शित किया गया है, को एनडीआरएफ की झांकी के साथ संयुक्त रूप में सर्वश्रेष्ठ झांकी चुना गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज यहां एक भव्य कार्यक्रम में ‘जल जीवन मिशन’ की इस झांकी को सर्वश्रेष्ठ झांकी के रूप में पुरस्कृत किया। इस अनोखी झांकी में प्रधानमंत्री के ‘हर घर जल’ के विज़न को दर्शाया गया है । यह झांकी इस वर्ष की गणतंत्र दिवस परेड में आकर्षण का केंद्र रही। जिसका विषय वर्ष 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) उपलब्ध कराना है।
पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘जल जीवन मिशन’ प्रारंभ किए जाने की घोषणा की थी। इसके अन्तर्गत वर्ष 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नियमित आधार पर, निर्धारित गुणवत्ता का तथा पर्याप्त मात्रा में पीने योग्य जल उपलब्ध कराना है। वर्तमान में, देश के लगभग 17.8 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3.3 करोड़ परिवारों के पास ही नल जल कनेक्शन की सुविधा है। अत: जेजेएम के अंतर्गत, वर्ष 2024 तक शेष लगभग 14.6 करोड़ परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन उपलब्ध कराया जाना है।
विजेता झांकी का मिशन की परिकल्पना का जीवंत स्वरूप था। सामने का डिजाइन एक विशाल पीतल के नल और एक धात्विक घड़े के रूप में था जो कि छोटे-छोटे धात्विक घड़ों से बना हुआ था। यह लाखों ग्रामीण घरों का प्रतिनिधित्व करता है। मध्य भाग में यह दर्शाया गया था कि नए भारत में कैसे एक ग्रामीण परिवार जेजेएम के तहत लाभ प्राप्त करता करेगा। एक परिवार को बहते हुए जल की सुविधा (रसोई घर, शौचालय, कपड़े, बर्तन धोने के क्षेत्र में), ग्रे-वाटर सोकपिट् में बहता हुआ, इज्जत घर (शौचालय) के साथ दर्शाया गया था। एक सामान्य ग्रामीण परिवार को बेहतर जीवन शैली के साथ अपने दैनिक कार्यों को करते हुए दर्शाया गया था, जो कि जल जीवन मिशन से संभव हो सकेगा। झांकी के पिछले भाग में जल संरक्षण को एक ऐसे मॉडल के रूप में दर्शाया गया था जो जल की एक विशाल बूंद को एकत्रित करते हुए दो हथेलियों की भांति प्रतीत हो रहा था, जो वर्षा जल संचयन तथा जल संरक्षण के लिए किए गए सामूहिक प्रयासों को दर्शाता है। जेजेएम को एक जन आंदोलन बनाने के प्रतीक स्वरूप विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के नीले रंग के जल बूंद वाले सांस्कृतिक परिधानों से सुसज्जित कलाकारों को साथ चलते हुए दर्शाया गया था।
कुल मिलाकर, यह झांकी सभी ग्रामीण समुदायों को जल संरक्षण तथा गुणवत्तापूर्ण जल की पहुंच उपलब्ध कराने के लिए साथ मिलकर कार्य करने के प्रधानमंत्री के विज़न और संकल्प का द्योतक है ताकि जल को साझी प्रतिबद्धता बनाया जा सके तथा इसे ‘’प्रत्येक जन का सरोकार‘’ बनाया जा सके। प्रधानमंत्री के शब्दों में, ‘’दीर्घकालिक पेयजल सुरक्षा के लिए यह महत्वपूर्ण है कि स्थानीय समुदाय और ग्राम पंचायतें आगे आएं तथा इन-विलेज जल आपूर्ति प्रणालियों तथा अपने जल संसाधनों को प्रबंधित करने की जिम्मेदारी लें । ग्रे-वाटर का पुनर्उपयोग हो। इस मिशन के तहत किए जा रहे कार्य में समुदाय अपनत्व के भाव से सहयोग करे।"