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Institute of Nuclear Medicine and Allied Sciences (INMAS), Delhi based DRDO laboratory, handed over Rakshita, a bike-based casualty transport emergency vehicle to Central Reserve Police Force (CRPF), in a ceremony held at CRPF HQ in New Delhi on 18 January 2021. DS & DG (LS), DRDO, Dr AK Singh handed over the model of Rakshita to DG CRPF, Dr AP Maheshwari, followed by the flagging off the contingent of 21 bikes on the occasion.
The bike ambulance will help in overcoming the problems faced by Indian security forces and emergency healthcare providers. It will provide life-saving aid for evacuation of injured patients from low intensity conflict areas. This will be handy in the congested streets and remote locations, where access through ambulance is difficult and time consuming. The bike can respond to a medical emergency need of patients faster than a four-wheeler due to its functionality and integrated emergency medical support system.
Rakshita is fitted with a customized reclining Casualty Evacuation Seat (CES), which can be fitted in and taken out as per requirement. Other major features are the head immobilizer, safety harness jacket, hand and foot straps for safety, adjustable footrest, physiological parameter measuring equipment with wireless monitoring capability and auto warning system for driver. The vital parameters of the patient can be monitored on the dashboard mounted LCD. It is also equipped with air splint, medical and oxygen kit for on spot medical care.
This bike ambulance is useful not only for the paramilitary and military forces but has potential civil applications too.
Secretary DD R&D and Chairman DRDO Dr G Satheesh Reddy appreciated the efforts of scientists for this indigenous and cost-effective solution to a common challenge faced by our security forces.
डीआरडीओ ने मोटर बाइक एम्बुलेंस 'रक्षिता' सीआरपीएफ को सौंपी
भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के दिल्ली स्थित नामिकीय औषिध तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (आईएनएमएएस) ने सोमवार को बाइक आधारित कैजुअल्टी ट्रांसपोर्ट इमरजेंसी वाहन, ‘रक्षिता’, को एक समारोह में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को सौंपा। समारोह नई दिल्ली स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के मुख्यालय में आयोजित किया गया। डीआरडीओ के डीएस एवं डीजी (एलएस) डॉ. ए के सिंह ने 'रक्षिता' के मॉडल को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक एपी माहेश्वरी को सौंपा, जिसके बाद इस अवसर पर 21 बाइकों के एक दल को झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
यह बाइक एम्बुलेंस भारतीय सुरक्षा बलों और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के सामने आने वाली समस्याओं में तत्काल मदद करेगी। यह कम तीव्र संघर्ष वाले इलाकों से घायलों को निकालने के दौरान जीवन रक्षक सहायता प्रदान करेगी। यह संकीर्ण सड़कों और दूरदराज के इलाकों के लिए उपयुक्त होगी, जहां एम्बुलेंस के माध्यम से पहुंचना मुश्किल और अधिक समय लेने वाला है। यह बाइक एम्बुलेंस अपनी कार्यक्षमता और एकीकृत आपातकालीन चिकित्सा सहायता प्रणाली के चलते चार-पहिया एम्बुलेंस की तुलना में तेजी से रोगियों के लिए एक चिकित्सा आपातकालीन आवश्यकता उपलब्ध करा सकती है।
बाइक एम्बुलेंस 'रक्षिता' में एक स्वनिर्धारित रिक्लाइनिंग कैजुअल्टी इवैक्यूएशन सीट (सीईएस) लगाई गई है, जिसे आवश्यकता के अनुसार उपयोग किया जा सकता है। 'रक्षिता' में हेड इम्मोबिलाइज़र, सुरक्षा हार्नेस जैकेट, हाथों और पैरों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा पट्टियाँ, ड्राइवर के लिए वायरलेस मॉनिटरिंग क्षमता और ऑटो चेतावनी प्रणाली के साथ फ़िज़ियोलॉजिकल पैरामीटर मापने वाले उपकरण भी अन्य प्रमुख विशेषताओं में शामिल है। घायल साथी के हाल की रियल टाइम निगरानी डैशबोर्ड पर लगे एलसीडी पर की जा सकती है। बाइक एंबुलेंस मौके पर ही स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए एयर स्प्लिंट, मेडिकल और ऑक्सीजन किट से भी लैस है।
यह बाइक एम्बुलेंस न केवल अर्धसैनिक और सैन्य बलों के लिए उपयोगी है, बल्कि नागरिकों के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
डॉ. जी. सतीश रेड्डी, अध्यक्ष डीआरडीओ और सचिव डीडी आरएंडडी ने हमारे सुरक्षा बलों के सामने आने वाली चुनौतियों के जवाब में इस स्वदेशी और लागत प्रभावी समाधान के लिए वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की।