Food Safety Mitra Scheme For Strengthening And Scaling Up ‘Eat Right India’ Movement

Union Minister for Health & Family Welfare, Science & Technology and Earth Sciences, Dr. Harsh Vardhan addressing the gathering, at the World Food Day 2019 celebrations, organised by the FSSAI, in New Delhi on October 16, 2019

“By motivating key players in the system who can reach out to people at large, we can reach out to each and every individual. We have to include every section of the society so that Eat Right India becomes a country wide movement.” Dr Harsh Vardhan, Union Minister of Health and Family Welfare said at the function to commemorate World Food Day 2019, here on Wednesday.  The theme for this day was ‘Healthy Diets for a Zero Hunger World’. To mark the occasion, the Minister also launched the ‘Food Safety Mitra (FSM)’ scheme, along with the ‘Eat Right Jacket’, and ‘Eat Right Jhola’ to strengthen food safety administration and scale up the ‘Eat Right India’ movement.

Dr Harsh Vardhan emphasized that the Eat Right India movement is a crucial trigger for the much needed social and behavioural change. This campaign along with the ‘Fit India' Movement' can achieve huge success if the right strategy is adopted and efforts are made to reach out to every section of the society. He stated that people should adopt Gandhiji’s messages of eating less, eating safe and healthy food, and also reduce wastage of food while developing the habit of sharing surplus food.

Highlighting the critical importance of a Jan Andolan on issues around food safety, Dr Harsh Vardhan said that small positive actions can be performed by individuals or organisations to strengthen the cause of food safety and food wastage.

The ‘Food Safety Mitra (FSM)’ scheme will support small and medium scale food businesses to comply with the food safety laws and facilitate licensing and registration, hygiene ratings and training. Apart from strengthening food safety, this scheme would also create new employment opportunities for youth, particularly with food and nutrition background. The FSMs would undergo training and certification by FSSAI to do their work and get paid by food businesses for their services. The first batch of 15 FSMs were awarded certificates today (Details of the scheme are available at https://fssai.gov.in/mitra/).

The ‘Eat Right Jacket’ launched today will be used by the field staff. This jacket has a smart design to hold tech devices like tablets/smart phone, a QR code and RFID tag for identification and tracking. Apart from providing safety to field staff on duty, this would bring in efficiency, professionalism and transparency in food safety administration and bring in a sense of ownership & visibility of FSOs.  The ‘Eat Right Jhola’, a reusable cloth bag shall replace plastic bags for grocery shopping in various retail chains. Since on repeated use, bags are often contaminated with microorganisms and bacteria, proper and regular washing of cloth bags is essential to ensure safety and hygiene. These cloth bags are being provided on rental basis through a private textile rental service company.

FSSAI has partnered with the Domestic Workers Sector Skill Council (DWSSC) under the Ministry of Skill Development and Entrepreneurship to launch a training course for domestic workers and homemakers across the country. In the first phase, one lakh domestic workers and homemakers will be trained through training partners of DWSSC in association with RWAs. This would be scaled up in due course.

For scaling up the Eat Right India movement across the country, FSSAI has got endorsement of several celebrities. Two short films, on repurposing of used cooking oil into biodiesel and, nutrition in the first 1000 days of life featuring Virat Kohli and Juhi Chawla respectively, were released on the occasion.

‘ईट राइट इंडिया’ अभियान को मजबूत करने एवं व्‍यापक बनाने के लिए खाद्य सुरक्षा मित्र योजना शुरु

केन्द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को नई दिल्‍ली में विश्‍व खाद्य दिवस 2019 मनाये जाने के लिए आयोजित समारोह में कहा, ‘आम लोगों तक पहुंच सुनिश्चित कर सकने वाले दिग्‍गजों एवं महत्‍वपूर्ण निकायों को प्रेरित कर हम प्रत्‍येक व्‍यक्ति तक पहुंच सकते हैं। हमें समाज के हर तबके को शामिल करना है, ताकि ‘ईट राइट इंडिया’ एक राष्‍ट्रव्‍यापी अभियान बन सके।’ इस दिवस की थीम है ‘शून्‍य भूखमरी वाली दुनिया के लिए स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक भोजन।’ इस अवसर पर डॉ. हर्षवर्धन ने ‘ईट राइट जैकेट’ और ‘ईट राइट झोला’ के साथ-साथ ‘खाद्य सुरक्षा मित्र (एफएसएम)’ योजना का भी शुभारंभ किया, ताकि खाद्य सुरक्षा व्‍यवस्‍था को मजबूत किया जा सके और इसके साथ ही ‘ईट राइट इंडिया’ अभियान को व्‍यापक बनाया जा सके।

डॉ. हर्षवर्धन ने विशेष बल देते हुए कहा कि लोगों में बहुप्रती‍क्षित सामाजिक एवं स्‍वभाव संबंधी बदलाव लाने के लिए ‘ईट राइट इंडिया’ अभियान अंतिम जरूरी है। उन्‍होंने कहा कि यदि सही रणनीति अपनायी जाए और समाज के हर तबके तक पहुंचने के लिए ठोस प्रयास किये जाएं, तो ‘फिट इंडिया’ अभियान के साथ-साथ इस अभियान को भी उल्‍लेखनीय सफलता मिल सकती है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि लोगों को महात्‍मा गांधी के संदेशों को अपनाना चाहिए जिनमें उन्‍होंने कम भोजन करने, सुरक्षित एवं स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक भोजन करने, अतिरिक्‍त भोजन को साझा करने की आदत डालने और खाद्य पदार्थों की बर्बादी में कमी लाने को कहा है।

खाद्य सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर ‘जन आंदोलन’ की विशिष्‍ट अहमियत पर प्रकाश डालते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि खाद्य सुरक्षा एवं खाद्य पदार्थों की बर्बादी रोकने के प्रयोजन को मजबूत करने के लिए लोगों अथवा संगठनों की ओर से छोटे-छोटे सकारात्‍मक कदम उठाये जा सकते हैं।

‘खाद्य सुरक्षा मित्र’ योजना छोटे एवं मझोले खाद्य व्‍यवसायियों के लिए खाद्य सुरक्षा कानूनों का पालन करने और लाइसेंस एवं पंजीकरण, स्वच्छता रेटिंग तथा प्रशिक्षण को सुविधाजनक बनाने में मददगार साबित होगी। खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के अलावा यह योजना विशेषकर खाद्य एवं पोषण से जुड़ी पृष्‍ठभूमि वाले युवाओं के लिए नये रोजगार अवसर भी सृजित करेगी। खाद्य सुरक्षा मित्रों (एफएसएम) को एफएसएसएआई द्वारा प्रशिक्षण एवं प्रमाण-पत्र दिये जाएंगे, ताकि वे संबंधित कार्य कर सकें और अपनी सेवाओं के लिए खाद्य व्‍यवसायियों से भुगतान प्राप्‍त कर सकें। 15 एफएसएम के प्रथम बैच को आज प्रमाण-पत्र दिये जाएंगे (योजना का विवरण https://fssai.gov.in/mitra/ पर उपलब्‍ध है)।

‘ईट राइट जैकेट’ का आज शुभारंभ किया गया, जिसका उपयोग विभिन्‍न क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मियों (फील्‍ड स्‍टाफ) द्वारा किया जाएगा। यह स्‍मार्ट डिजाइन वाली जैकेट है, जिसमें अनेक तकनीकी उपकरण जैसे कि टैबलेट/स्‍मार्ट फोन, क्‍यूआर कोड और पहचान करने एवं नजर रखने के लिए आरएफआईडी टैग लगाये जा सकते हैं। इससे जहां एक ओर विभिन्‍न क्षेत्रों में काम कर रहे फील्‍ड स्‍टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, वहीं दूसरी ओर इससे खाद्य सुरक्षा व्‍यवस्‍था में पारदर्शिता, प्रोफेशनल रुख एवं पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकेगी तथा इसके साथ ही स्‍वामित्‍व की भावना आएगी एवं एफएसओ को उन पर नजर रखने में सुविधा होगी। ‘ईट राइट झोला’ दरअसल कपड़े का एक ऐसा थैला है, जिसे फिर से उपयोग में लाया जा सकता है, अत: यह खुदरा किराना दुकानों में खरीदारी करते वक्‍त प्‍लास्टिक की थैलियों का स्‍थान बड़ी आसानी से ले सकेगा। चूंकि बार-बार उपयोग में लाने पर थैले बैक्‍टीरिया, सूक्ष्‍म जीवाणु इत्‍यादि की वजह से दूषित हो जाते हैं, अत: स्‍वास्‍थ्‍य सुरक्षा एवं साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए कपड़े के थैलों की नियमित धुलाई आवश्‍यक है। कपड़े के ये थैले एक निजी वस्‍त्र किराया सेवा कंपनी के जरिये किराये पर उपलब्‍ध कराये जा रहे हैं।  

देश भर में कार्यरत घरेलू कामगारों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने के उद्देश्‍य से एफएसएसएआई ने कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के अधीनस्‍थ घरेलू कामगार क्षेत्र कौशल परिषद (डीडब्‍ल्‍यूएसएससी) के साथ साझेदारी की है। आरडब्‍ल्‍यूए के सहयोग से डीडब्‍ल्‍यूएसएससी के प्रशिक्षण साझेदारों के जरिये पहले चरण में एक लाख घरेलू कामगारों और घर-घर काम करने वाली महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। यह आंकड़ा आगे चलकर बढ़ाया जाएगा।

देश भर में ‘ईट राइट इंडिया’ अभियान को व्‍यापक बनाने के लिए एफएसएसएआई ने अनेक हस्तियों को इससे जोड़ा है। इस्‍तेमाल में लाए जा चुके कुकिंग ऑयल को बायो डीजल में तब्‍दील करने और जिन्‍दगी के प्रथम 1000 दिनों में पोषण पर दो लघु फिल्‍में इस अवसर पर जारी की गईं, जिनमें क्रमश: विराट कोहली और जुही चावला ने भूमिका निभाई है।

News Source
PIB Release

More from Bharat Mahan